बदलते मौसम में इस पियें यह खास जूस

बदलते मौसम में इस पियें यह खास जूस, बीमारियों से रहेंगे दूर

बदलते मौसम में इस पियें यह खास जूस

बदलते मौसम में इस पियें यह खास जूस

दिल्ली कार्तिक महीने के आगमन के साथ ही सर्दियों का मौसम शुरू हो जाता है। आसान शब्दों में कहें तो अक्टूबर के मध्य से सर्दियों का मौसम दस्तक देता है। बदलते मौसम में सर्दी-खांसी समेत फ्लू का खतरा बढ़ जाता है। इन बीमारियों से बचाव के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत रहना बहुत जरूरी है। डॉक्टर्स भी बदलते मौसम में सेहत का ख्याल रखने के साथ ही इम्यून सिस्टम मजबूत करने की सलाह देते हैं। इसके लिए डाइट में विटामिन-सी युक्त फलों और सब्जियों को शामिल करें। साथ ही रोजाना विटामिन-सी और डी युक्त जूस पिएं। वहीं, इम्यून सिस्टम करने के लिए प्रतिदिन सुबह में एक्सरसाइज जरूर करें और पानी अधिक पिएं। इन नियमों का पालन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा, इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए रोजाना अनानास का जूस का सेवन करें। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि अनानास के जूस के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

अनानास क्या है

इतिहासकारों की मानें तो अनानास का पौधा उष्णकटिबंधीय जलवायु में उगता है। इसकी खेती भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में की जाती है। साल 1493 में अनानास को यूरोप कोलंबस ने लाया था। यह एक औषधीय फल है। इसमें डायटरी फाइबर, विटामिन-सी, ब्रोमेलैन और मैंगनीज आदि गुणकारी तत्व पाए जाते हैं। ब्रोमेलैन पाचन एंजाइमों का एक समूह होता है। यह शरीर में मौजूद प्रोटीन को तोड़ने का काम करता है, जिससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। वहीं, मैंगनीज हड्डियों और टिशूज को मजबूत करने में सहायक है। साथ ही एंटीऑक्सिडेंट्स मधुमेह, दिल की बीमारियां और कैंसर जैसी घातक बीमारी में फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, अनानास में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इससे आप बदलते मौसम में भी सेहतमंद रहते हैं।

कैसे करें सेवन

डॉक्टर्स की मानें तो सुबह खाली पेट अनानास के जूस का सेवन ज्यादा उत्तम है। साथ ही आप अनानास का सेवन कर सकते हैं। सामान्य व्यक्ति दिन में 5 बार अनानास खा सकता है। इसके लिए आप दोनों रूपों में अनानास का सेवन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।